अब सौंप दिया इस जीवन का, सब भार तुम्हारे हाथों में ।
है जीत तुम्हारे हाथों में, और हार तुम्हारे हाथों में ।।
अब सौंप दिया इस जीवन का ०
मेरा निश्चय बस एक यही, एक बार तुम्हें पा जाऊँ में ।
अर्पण कर दूं दुनियाँ भर का, सब प्यार तुम्हारे हाथों में ।।।
अब सौंप दिया इस जीवन का ०
जो जग में रहूँ तो ऐसे रहूँ, जैसे जल में कमल का फूल रहे।
मेरे गुण दोष समर्पित हों, करतार तुम्हारे हाथों में ॥
अब सौंप दिया इस जीवन का ०