हरबज् ओमकार हर-हर् लोलो,
जय-जय हे शिव शंकर लोलो।
ब्रम्हा, विष्ण तय महीश्वर लोलो,
जय-जय हे शिव शंकर लोलो।।
1
ब्रेशब वाहन छुख केलास वअसी,
पार्वती छय चअनी दअसी ।
गौरी शंकर गिरधर लोलो,
जय-जय हे शिव शंकर लोलो।।
2
सूर्मति कति छुय चून्य ठिकान,
जाय्-जाय छांढत कर् चेय सअत
शोख छुम व्छ चूनुय घर् लोलो,
जय-जय हे शिव शंकर लोलो।।
3
जटा मुकट छय गंगा जअरी,
त्रे नेथरदारो बोजतम जअरी।
डेंकि चन्दरम जन बास्कर लोलो,
जय-जय हे शिव शंकर लोलो।।
4
वलिथ सह मुसला छिय हटि वासुख,
त्रेशूल दारो छुख पाप नाशक ।
नज़रे सअत कास ज़र-जर् लोलो,
जय-जय हे शिव शंकर लोलो।।
5
यचकाल भकतिस वोत प्रारअनी,
लोल् चानि दारि ऑश छिय हारअन
हान कास्तम नत् मा मर् लोलो,
जय-जय हे शिव शंकर लोलो।।
6
हरबज् ओमकार हर्-हर् लोलो,
जय-जय हे शिव शंकर लोलो।
ब्रहमा वेश्ण तय महीशर लोलो,
जय-जय हे शिव शंकर लोलो।।