लतन हुन्द माज लार्-योम वतन् ,
अॅकिय हाॅवनम अकिचिय वथ ।
यिम-यिम बोज़न तिम कोनॅ मतन् ,
ललि बूज़ शतन कुनिय कथ। ।
अर्थात्
मेरे तलवों का मांस सड़कों से चिमट गया अर्थात् सत्यान्वेषण में मुझे विविध कष्ट सहने पड़े। (अन्त में) एक ही ने एकत्व का मार्ग-दर्शन कराया। जो-जो यह( तत्व) सुनें, क्यों न वे मतवाले बन जाय॔ लल्ला ने सौ बातों की एक बात सुन ली।
Contributed By: अशोक कौल वैशाली