परून पोलुम अपोरूय रोवुम ,
केसर वनॅ वोलुम रॅठिथ शाल ।
परस् प्रनुम तॅ पानस पोलुम,
अद् गोम मोलूम तॅ ज़ोनिम हाल ॥
जो पढ़ा,उसका पालन किया, जो पढ़ने में न आया था, वह खो दिया । मैंने वन से सिंह को सियार की तरह पकड़ पर काबू किया। जो शिक्षा मैने औरों को दो,उसका पहले स्वयं पालन किया। तब कहीं मुझे ज्ञान-प्राप्ति हुई और मैंने लक्ष्य साध लिया।
Contributed By: अशोक कौल वैशाली