ट्योठ मोधुर तय म्यूठ ज़हर,
युस यूत छुनुख जतन बाव।
यॅम्य् यथ करूँ य कल तॅ क़हर,
सु तथ शहर वाॅतिथ प्यव।॥
अर्थात्
कड़वा मीठा है और मीठा विष। जो जितना जतन कर सका तथा जिसने जिस ( लक्ष्य को पाने ) की निष्ठा से आराधना की, वह उस उद्देश्य को पाने में सफल हुआ।
Contributed By: अशोक कौल वैशाली