गाल गॅण्डिन्यम् बोल पॅड़िन्यम्   Lalla Vakh लल वाख  - 40

गाल गॅण्डिन्यम् बोल पॅड़िन्यम्   Lalla Vakh लल वाख  - 40



 

गाल गॅण्डिन्यम् बोल पॅड़िन्यम् ,

दॅपिन्यम् ती यस् यि रोच़।

सहज़ कुसमों पूज़ करिन्यम् ,

बो अमलॉन्य् तॅ कस् क्या म्वच़।।

अर्थात्    

कोई मुझे गाली दे या बुरा-भला कहे।जो जिसकी रूचे, वही मुझे कहा करें। कोई सहज (सद्-भाव ) कुसुमों से मेरीं पूजा करे, मुझ पर कोई मेल (प्रभाव) नही चढ़ेगा, क्योकि मैं अमलिन हूँ। ऐसी स्थिति में किसी को क्या मिलता है ?

Contributed By: अशोक कौल वैशाली