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2009 01 शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेलेशहीदों की


Date:- 01 Jan 2009


2009 01 शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले' 'शहीदों की

समुदाय समाचार

अमर शहीद पंडित प्रेमनाथ भट्ट को श्रद्धांजलि

अमर शहीद पंडित प्रेमनाथ भट्ट के 19वें शहीदी दिवस पर पूरे कश्मीरी पंडित समुदाय ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके बलिदान को याद किया।

जम्मू में एक विशेष सभा का आयोजन प्रेमनाथ भट्ट यादगारी ट्रस्ट ने किया जिसमें कई लोगों ने स्वर्गीय भट्ट साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस कार्यक्रम में विख्यात बुद्धिजीवी डा जितेंद्र सिंह विशेष अतिथि थे और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट श्री टी एन भट्ट ने अध्यक्षता की। जम्मू-कश्मीर विचार मंच के राष्ट्रीय सचिव श्री एच एल भट्ट ने स्वर्गीय पंडित प्रेमनाथ भट्ट के जीवन और बलिदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन डा. एम के भरत ने किया।

स्वामी मिर्ज काक जयंती

स्वामी मिर्जा काक जी ट्रस्ट (हांगलगुड) की ओर से काक साहब की 264वीं जयंती के अवसर पर नगरोटा में उनके आश्रम पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें जम्मू और आसपास के क्षेत्रों से आए हुए काक साबह के कई अनुयायियों ने भाग लिया। सभी भक्तों में प्रसाद बांटा गया।

शंख बजाने की प्रतियोगिता

गुडगांव में 7 दिसंबर को कश्यप कश्मीर सभा ने 'रनिंग एंड लिविंग क्लब के सहयोग से एक दौड़ का आयोजन किया जिसमें करीब 600 प्रत्याशियों ने भाग लिया। रन फार इंडिया नाम की पांच किलोमीटर लंबी इस प्रतियोगिता में 5 वर्ष से 75 वर्ष तक की आयु के लोगों ने भाग लेकर मुंबई में हुए आतंकवादी हमले से प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता दिखाई दौड़ समाप्त होने पर सभी को जलपान कराया गया और तत्पश्चात शंख बजाने की एक प्रतियोगिता हुई जिसमें विशेष रूप से बच्चों ने भाग लिया।

दौड और शंख बजाने की प्रतियोगिता में पहले तीन स्थान पर आने वालों को पुरस्कृत किया गया। इनमें 8 वर्ष की नेंसी 12 वर्ष के आदित्य रैना 15 वर्ष के किंग्स्ले रैना 17 वर्ष के यश्क सूर 23 वर्षीय शिखला रैना के अतिरिक्त महिलाओं के वर्ग में श्रीमती चंद्रा कौल और श्रीमती पम्मी पंडिता को दौड़ने के लिए पुरस्कृत किया गया। शंख बजाने में पहले तीन स्थान प्राप्त करने वालों में 5 वर्ष के हीपोश पंडिता, 12 वर्ष के आदित्य रैना, 12 वर्ष की कामाक्षी सूर 17 वर्ष के यश्क सूर, 14 वर्ष के अपूर्व कौल, 19 वर्ष की वर्शिखा चौधरी, 28 वर्ष के आशीष, 36 वर्ष के सतीश कौल और 45 वर्ष के वीरजी चौधरी को पुरस्कार मिले।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों को शंख बजाने और माथे पर तिलक लगाने का महत्व बताया गया।

द्वारा अजय पंडिता

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साभार:-  कौशुर समाचार, जनवरी, 2009