Date:- 01 Nov 1996

आपकी बात - पुष्प जी अमर हैं
प्रोफेसर पृथ्वीनाथ पुष्प के निधन से बहुत दुःख हुआ। वर्तमान समय में कश्मीर के विद्वानों, साहित्यकारों एवं चिन्तकों में वह अद्वितीय थे। उनका बहुआयामी व्यक्तित्व सदैव भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणा दायक रहेगा। उनके समान निकट भविष्य में कोई दूसरा उत्पन्न नहीं होगा। वह सचमुच महान थे और हम सबके के लिए प्रेरणादायक अनेक भाषाओं के विद्वान प्रो. पुष्प जी विनम्रता की प्रतिमूर्ति थे। उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व की महक सदा पूरे कश्मीर मंडल को आत्मिक आनन्द से आपूरित करती रहेगी। उनके महान व्यक्तित्व को हमारी श्रद्धांजलि।
-चमनलाल कौल 'शक्ति' द्वारा पोस्ट मास्टर, गंगयाल, जम्मू-180010
अस्वीकरण:
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साभारः चमनलाल कौल एवम् नवम्बर1996, कोशुर समाचार