कविताये

कविताये


कविताये

धर्म चन्द्र पोद्दार  

 

अंग्रेज बनाने के कारखाने

विश्व का एकमात्र देश भारत

जहां अंग्रेज बनाने के भी कारखाने है

 

अंग्रेजी स्कूल के छात्र ने कहा दादाजी |

शुगरकेन जूस पीयेंगे

 

अब दादा जी भी

शुगरकेन जूस कहेंगे

सभी अंग्रेज बनेंगे

 

देशी अंग्रेज बनकर

नौकरी पायेंगे

 

फिर ब्लडी इंडियन्स पर

राज करेंगे

 

हम अपने नौनिहालों को

अंग्रेज बनाये

या फिर हिन्दुस्तानी

 

सभी रुपैया कमाने की

मशीन बन रहे हैं

 

कब इन्हें आदमी बनायेंगे

आदमी बनेंगे तो

मूढ़े मां-बाप की

सेवा करेंगे।

 

क्रिकेट

देश की ऊर्जा

नष्ट हो रही

क्रिकेट से

 

अगर विकसित होना है।

शपथ लेनी होगी

 

विकसित देश

अमेरिका, रूस, चीन

फ्रांस और जापान

की तरह

क्रिकेट नहीं खेलेंगे

विश्व की बड़ी ताकत बनेंगे।

 

जागना होगा

गीता और गायत्री को

भूल बैठे हैं

गाय और गंगा को

समाप्त किया जा रहा है।

हम मूक बने हैं

कब तक?

 

अपनी संस्कृति की बदौलत

भारत का नाम

दुनिया भर में

अब समाप्ति पर

अगर बचाना है तो

आगना होगा।

(बाबा का कमरा से साभार)

अस्वीकरण:

उपरोक्त लेख में व्यक्त विचार अभिजीत चक्रवर्ती के व्यक्तिगत विचार हैं और कश्मीरीभट्टा .इन उपरोक्त लेख में व्यक्तविचारों के लिए जिम्मेदार नहीं है।

साभार:- धर्मचन्द्र पोदार एंव जून 2023 कॉशुर समाचार