आखिर क्यों?
पायल भट्ट
भाई-भाई को क्यों मारता है,
क्यों इतने दंगे फसाद,
जगह-जगह विस्फोट,
क्यों नारी का अपमान,
"आखिर क्यों?"
क्यों इस देश में लोगों के
डरे हुए, सहमे-सहमे चेहरे
क्यों लोगों को एक-दूसरे
पर विश्वास नहीं,
अपने मन की बात कहने से,
"आखिर क्यों?”
क्या हमारे देश के,
बुद्धिजीवी वैज्ञानिक, शिक्षक
सब लुप्त सुप्त हो गए हैं,
क्या वह लोग कभी,
अपनी निद्रा से जागेंगे
और देश को सही,
दिशा प्रदान करेंगे ? –
पायल भट्ट, आठवीं कक्षा केंद्रीय विद्यालय
अस्वीकरण:
उपरोक्त लेख में व्यक्त विचार अभिजीत चक्रवर्ती के व्यक्तिगत विचार हैं और कश्मीरीभट्टा .इन उपरोक्त लेख में व्यक्तविचारों के लिए जिम्मेदार नहीं है।
साभार:- पायल भट्ट एंव अप्रैल-मई 1995 कोशुर समाचार