पुकार रहा कश्मीर
Shashi Wahi
वादियां कश्मीर की
कह रही है आज
पुकार रक
रख लो मेरी शान
कोई कर रहा है आज
पीठ पीछे वार
मां हो रही है
लहूलुहान ।
उठो देशवासियों
बचालो इसकी शान को
डूबती नाव को
मांग रही है मां कुर्बानी!
अस्वीकरण:
उपरोक्त लेख में व्यक्त विचार अभिजीत चक्रवर्ती के व्यक्तिगत विचार हैं और कश्मीरीभट्टा .इन उपरोक्त लेख में व्यक्तविचारों के लिए जिम्मेदार नहीं है।
साभार:- शशी वाही एंव 1996 नवम्बर कोशुर समाचार