Rogi and Chikastak रोगी और चिकित्सक
ईसा का अधिकांश समय पापी और दुखियों के साथ बीतता। वे उन्हीं के साथ अधिकांश समय चर्चा करते और सेवा-सहायता में निरत रहते। एक दिन धनवानों और विद्वानों की शिष्य मंडली उनके पास आई और कहने लगी कि आप हम वरिष्ठों की ओर अधिक ध्यान क्यों नहीं देते? हमारी सहायता से आपका प्रयोजन अधिक सधेगा।
ईसा मुस्कुराए और बोले, “रोगी को चिकित्सक की आवश्यकता पड़ती है।” सच्चा चिकित्सक वही है, जो अधिक लाभ का अवसर ढूँढ़ने की अपेक्षा रोगियों की व्यथा समझे और उन्हीं की सहायता करते हुए संतोष लाभ करे।