#

#

hits counter
चैत्र कृष्ण पक्ष, शुक्रवार, चर्तुथी
  • सरिता के सतत गतिशील प्रवाह को नियंत्रित रखने के लिए दो किनारे आवश्यक होते हैं। इसी प्रकार जीवन को नियंत्रित और मर्यादित रखने के लिए व्रतों और नियमों की आवश्यकता होती है।

    -

 
 
 
Online Chat

© 2021 - All Rights Reserved